2024.08.14 23:41 Posted by Someone

भारत में पहली बार हुआ बिना सर्जरी के प्रोस्टेट ग्रंथि का इलाज - आज का आनंद






भारत में पहली बार हुआ बिना सर्जरी के प्रोस्टेट ग्रंथि का इलाज

पुणे में ‘यूरोकूल" में वैकल्पिक रेअयूमे थैरेपी मशीन लांच ः मरीजों को होगी सुविधा

25-Dec-2023 Total Views |
बाणेर, 24 दिसंबरः (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) भारत में पहली बार बिना सर्जरी के प्रोस्टेट ग्रंथि के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. बिना किसी परेशानी के सिर्फ दस मिनट में प्रोस्टेट ग्रंथि का इलाज करने वाली ‘रेज्यूम थेरेपी तकनीक बाणेर स्थित यूरोकूल कुलकर्णी यूरो सर्जरी इंस्टीट्यूट में प्रवेश कर चुकी है. प्रख्यात मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय कुलकर्णी ने बताया कि यह तकनीक भारत में पहली बार पुणे में पेश की गई है. ‘रेअयूमे थैरेपी तकनीक का इस्तेमाल कर पहले मरीज का सफलतापूर्वक इलाज करने के बाद, डॉ. संजय कुलकर्णी ने मरीज के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. देश की पहली महिला लेप्रोस्कोपी विशेषज्ञ डॉ. ज्योत्सना कुलकर्णी, यूरोलॉजिस्ट डॉ. पंकज जोशी, बाणेर-बालेवाड़ी मेडिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजेश देशपांडे, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. साकेत पटवर्धन, यूरोकूल के सीईओ डॉ. अभय चौधरी, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. प्रमोद भावे सहित मरीज एवं उपकरण उपलब्ध कराने वाली टीम इस अवसर पर उपस्थित थी. डॉ. संजय कुलकर्णी ने कहा कि प्रोस्टेट ग्रंथियों पर पारंपरिक सर्जरी को ट्रांसयूरेथ्रल रिसेक्शन ऑफ प्रोस्टेट (टीयूआरपी) के रूप में जाना जाता है. लेकिन ‘रेअयूमे थैरेपी तकनीक के साथ बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथियों को भाप की मदद से सर्जरी के बिना हटाया जा सकता है. इस उपकरण के साथ, प्रोस्टेट ग्रंथि का इलाज केवल दस मिनट में किया जा सकता है और मरीज उसी दिन दो से तीन घंटे में घर जा सकता है.